मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को घोषणा की कि रूस ने "पोसाइडन" नामक एक परमाणु-शक्ति से चलने वाले अंडरवाटर ड्रोन के और परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। पुतिन ने इस हथियार को "बड़ी सफलता" बताते हुए दावा किया कि इसे रोकना असंभव है और यह दुनिया के किसी भी महाद्वीप तक पहुंच सकता है।
क्या है पोसाइडन?
पोसाइडन, जिसे एक "सुपर-टॉरपीडो" या अंतरमहाद्वीपीय परमाणु-शक्ति चालित स्वायत्त अंडरवाटर वाहन के रूप में वर्गीकृत किया गया है, रूस के उन्नत हथियार कार्यक्रमों में से एक है। शोध और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के आधार पर इसकी प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
• परमाणु प्रणोदन: यह एक छोटे परमाणु रिएक्टर से चलता है, जो इसे लगभग असीमित रेंज प्रदान करता है, जिससे यह लंबी अवधि तक पानी के भीतर रह सकता है।
• अत्यधिक गति और गहराई: रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, यह 1,000 मीटर (3,300 फीट) से अधिक की गहराई पर काम कर सकता है और लगभग 70 नॉट (130 किमी/घंटा) की अविश्वसनीय गति से यात्रा कर सकता है। यह गहराई और गति इसे वर्तमान में मौजूद अधिकांश पनडुब्बी-रोधी रक्षा प्रणालियों के लिए एक कठिन लक्ष्य बनाती है।
• विनाशकारी वारहेड: ऐसा माना जाता है कि पोसाइडन एक बड़े परमाणु वारहेड, संभवतः दो मेगाटन तक को ले जाने में सक्षम है।
पुतिन के दावे और तुलना
पुतिन ने इस हथियार की तुलना रूस की सबसे शक्तिशाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM), 'सरमत' (जिसे NATO कोड नाम 'शैतान-2' के नाम से भी जाना जाता है) से की। उन्होंने दावा किया कि पोसाइडन की विनाशकारी शक्ति सरमत से भी "कहीं अधिक" है।
"रेडियोएक्टिव सुनामी" का सिद्धांत
रूसी सरकारी मीडिया और कई पश्चिमी विश्लेषकों का मानना है कि पोसाइडन की रणनीतिक अवधारणा में से एक दुश्मन के तटीय क्षेत्रों के पास एक बड़े पैमाने पर परमाणु विस्फोट करना है। इस विस्फोट से न केवल एक भीषण विस्फोट और ऊष्मा होगी, बल्कि एक विशाल रेडियोएक्टिव सुनामी भी पैदा हो सकती है, जो तटीय शहरों, नौसैनिक अड्डों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा सकती है और उन्हें रेडियोएक्टिवता से दूषित कर सकती है। हालाँकि, कुछ विशेषज्ञ "सुनामी बम" की व्यावहारिक प्रभावशीलता पर सवाल उठाते हैं।
लॉन्च प्लेटफॉर्म
पोसाइडन को विशेष रूप से संशोधित पनडुब्बियों, जैसे कि K-329 बेलगोरोद, से तैनात किए जाने का इरादा है। यह पनडुब्बी इस विशाल टारपीडो को ले जाने और लॉन्च करने में सक्षम है।
यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब रूस ने हाल ही में अपनी अन्य उन्नत परमाणु-शक्ति वाली क्रूज मिसाइल, 'बुरेवेस्टनिक' के सफल परीक्षण की भी घोषणा की है। इन हथियारों को रूस की परमाणु तिकड़ी (न्यूक्लियर ट्रायड) को मजबूत करने और अमेरिका जैसे विरोधियों की मिसाइल रक्षा प्रणालियों को चकमा देने की क्षमता के रूप में देखा जा रहा है।




